कोलकाता,आइएएनएस।सीबीआईनेअबपश्चिमबंगालस्कूलसेवाआयोगभर्तीघोटाले(WBSSCRecruitmentScam)मेंमनीट्रेल(धनकेहेरफेर)कापतालगानेकेलि […]
आयोग की सदस्य डॉ. सुलेखा रावत जिला अस्पताल पहुंची। सीएमएस डॉ. डीके सिंह से मिलने के बाद वर्ष 2017 -18 से तैनात स्थाई, अस्थाई चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मचारी, दवाओं की उपलब्धता, आंख व अन्य ऑपरेशन के रिकार्ड, ओपीडी, आईपीडी रजिस्टर, एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, उपकरण व वित्तीय अभिलेखों को उपलब्ध कराने को कहा। देखते ही देखते सभागार में अभिलेखों का भंडार लग गया। वित्तीय, दवा, एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, ओपीडी व आईपीडी के अभिलेखों के एक -एक पन्ने पलटे गए। अन्य अभिलेखों का फौरी तौर पर ही सत्यापन किया गया। शासन को भेजी गई रिपोर्ट से अभिलेखों में दर्ज ब्योरे का मिलान किया गया। रिपोर्ट में दर्शाई गई संख्या ज्यादा पाई गई। दिन भर अभिलेखों की जांच चली। यहीं नहीं कई सेवाएं अस्पताल में न होने पर भी रिपोर्ट में अंकित मिली। जांच के समय विभागों के नोडल अधिकारी भी मौजूद रहे। उनसे भी पूछताछ की गई।