कोलकाता,आइएएनएस।सीबीआईनेअबपश्चिमबंगालस्कूलसेवाआयोगभर्तीघोटाले(WBSSCRecruitmentScam)मेंमनीट्रेल(धनकेहेरफेर)कापतालगानेकेलि […]
नगर पालिका परिषद में तैनात अधिशासी अधिकारी बालमुकुंद मिश्र के लिए जिले का कार्यकाल किसी चुनौती से कम नहीं रहा। कहीं पर सहयोग मिला तो कुछ जगहों पर असहयोग का सामना करना पड़ा। इसी का नतीजा रहा कि फरवरी के अंतिम सप्ताह में उन्हें पालिका से हटाने की पुरजोर कोशिश की गई। दफ्तर पहुंचने से पहले ही रास्ते में कार्यमुक्त किए जाने का पत्र पकड़ा दिया गया। मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आया तो उन्हें यह कृत्य नागवार गुजरा। इस कदम को गलत ठहराते हुए तैनाती को बरकरार रखा गया। इधर कुछ दिनों से अंदरखाने सहायक अभियंता जमुना सिंह और ईओ के बीच शह-मात का खेल चल रहा था। सुबह एक अच्छी खबर ईओ के नगर निगम कानपुर स्थानांतरण की आई। यह सबकुछ चल ही रहा था कि किसी बात को लेकर परिसर में ही एई से कहासुनी हो गई। आवाजें जोर-जोर से निकलीं तो कर्मचारियों का मजमा लग गया। माहौल इतना बिगड़ गया कि सूचना पुलिस तक पहुंच गई। हालांकि दोनों पक्ष से तहरीर नहीं देने के कारण पुलिस कर्मी लौट आए।