सामान्यफल-आपवैचारिकव्यक्तिकेरूपमेंकामकरतेसमयसबसेखुशरहतेहैं।आपकाउत्साहउल्लासऔरजीवनकाआनन्दपूर्णहोताहैऔरआपजिसपार्टीयासमूहमे […]
महिला थाना में रांची निवासी जेवीएम पार्टी की केंद्रीय प्रवक्ता की ओर से दर्ज कराए गए मामले में जिक्र है कि 20 अप्रैल को पार्टी की रैली में शामिल होने के लिए वह देवघर आई थी। रैली के बाद वह मोहनपुर में ही किसी रिश्तेदार के घर पर रूक गई। इसी दौरान विधायक प्रदीप यादव ने उन्हें पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने की बात कहकर उसे होटल बुलाया। विधायक के बुलावे पर वह होटल पहुंची लेकिन यहां किसी को नहीं पाया। बाद में फोन पर संपर्क स्थापित करने पर उन्हें होटल के कमरा नंबर 202 में बैठकर इंतजार करने को कहा। रात 9:30 बजे प्रदीप यादव होटल पहुंचे। जहां उसके साथ छेड़खानी करने लगे। शोर मचाने का प्रयास करने पर उन्होंने मुंह दबाकर चुप करते हुए जान मारने की धमकी दी और पार्टी से निकाल देने की चेतावनी भी दी। इस दौरान उसके पर्स से दो लाख रुपये भी निकाल लिया गया। बाद में घटना की जानकारी पार्टी सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी को भी दी गई। लेकिन उनकी ओर से किसी भी तरह से मदद नहीं की गई। किसी तरह 21 अप्रैल को होटल के कमरे से निकलकर एसपी कार्यालय पहुंची तो यहां भी कुछ लोगों ने जान मारने की धमकी दी। इससे डर के वह वापस होटल आ गई और अपने आपको कमरा में बंद कर लिया। 23 अप्रैल को वह देवघर से रांची आ गई। विधायक से लगातार प्रताड़ित होने के बाद वह देवघर आकर मामला दर्ज कराई। पीड़िता के बयान पर विधायक सहित होटल प्रबंधक को भी आरोपित बनाया गया है।