सिवान।बुधवारकोपवित्रश्रावणमासकापहलादिनहै।यहमहीनामहादेवशिवजीकेलिएप्रियमहीनाहोताहै।कहाजाताहैकिइसमाहमेंजोश्रद्धालुभगवानशिवकोजलाभिषेकएवंपूजाअर्चनाकरतेहैं,भगवानउनकीमनोकामनाएंपूरीकरतेहैं।सावनमासकोलेकरशहरसेलेकरगांवतककेशिवालयोंकीसफाईतथासजावटअंतिमचरणमेंहै।बुधवारकोसावनमाहआरंभहोतेहीजलाभिषेककोलेश्रद्धालुओंकीभीड़उमड़ेगी।इसकोलेकरमंदिरसमितितथाप्रशासनिकव्यवस्थाकीगईहै।वहींमंगलवारकोपूरेदिनशहरसेलेकरगांवतककेशिवालयोंमेंपूजासमितिद्वारासजावटकाकामयुद्धस्तरपरचलायागया।मंदिरोंकेरंगरोगनसहितध्वजारोहणवसफाईव्यवस्थामेंपूरेदिनसमितिसदस्यव्यस्तरहे।22जुलाईकोपहलीसोमवारीपरशहरकेमहादेवास्थितपंचमुखीशिवमंदिर,भावनाथमंदिर,श्रीनगरस्थितशिवमंदिरसमेतगुठनीकेसोहगरास्थितबाबाहंसनाथमंदिर,मैरवाकेमैरवाधामस्थितहरिब्रह्मस्थान,जीरादेईकेअकोल्हीस्थितअनंतधाममंदिरसमेतग्रामीणक्षेत्रोंकेसभीशिवालयोंमेंजलाभिषेककरेंगे।इसदौरानजगह-जगहमेलेकाभीआयोजनकियाजाएगा।इसकीतैयारीकीजारहीहै।पूराबाजारगेरुआरंगकेवस्त्रोंसेपटगयाहै।वहींजगह-जगहकांवरियोंकेलिएकपड़े,कांवरआदिकीबिक्रीकीदुकानेंसजगईंहैं।
मेहंदारमेंश्रावणीमेलेकीचलरहीतैयारी:
सिसवनकेमेहंदारमेंलगनेवालेश्रावणीमेलेकीतैयारीपरवानपरहै।ऐतिहासिकमहेंद्रनाथमंदिरकीसाफ-सफाईएवंरंगरोगनकाकार्यअंतिमचरणमेंथी।पूरेसावनमेंयहांभक्तोंकीभारीभीड़जुटेगी।वहीं22जुलाईकोपहलीसोमवारीकोउमड़नेवालीभीड़सेनिपटनेकेलिएपुलिसबलकीतैनातीकीजाएगी।जबकियहांभक्तोंकीसबसेज्यादाभीड़कोदेखतेहुएप्रशासनभीअलर्टमोडमेंहै।महिलाबलकेसाथसाथपुरुषबलकीतैनातीकीसारीतैयारीकरलीगईथी।मंदिरकेप्रधानपुजारीनेबतायाकिजोशिवभक्तसच्चेमनसेयहांपूजाकरतेहैं,उनकीहरमनोकामनापूरीहोतीहै।
श्रावणमाहभगवानशिवकाआराधनाकामहीना:
सावनमाहभगवानशिवकेआराधनाकामहीनाहै।इसमहीनेमेंभगवानशिवकीपूजाकरनेसेमनोवांछितफलकीप्राप्तिहोतीहैतथासभीविघ्नोंकानाशहोताहै।यहबातआंदरप्रखंडकेपड़ेजीनिवासीआचार्यउमाशंकरपांडेयनेकहाकिइसमहीनेमेंऋषिमार्कंडेयनेलंबीआयुकेलिएसावनमाहमेंभगवानशिवकरघोरतपकीथी।उसकेतपकेआगेयमराजभीनतमस्तकहो,उसेलंबीआयुकावरदानदियाथा।वहींइसीमहीनेमेंभगवानशिवपृथ्वीपरअवतरितहोकरससुरालगएथे,जहांउनकाअर्घ्यएवंजलाभिषेकसेलोगोंनेस्वागतकियाथाऔरभगवानकाफीप्रसन्नहुएथे।उन्होंनेबतायाकिपौराणिककथाओंकेअनुसारइसीमहीनेमेंसमुद्रकामंथनकियागयाथा,जिसमेंसेविषनिकलाथा।भगवानशिवनेकंठमेंसमाहितकरसृष्टिकीरक्षाकीथी,इसकारणभगवानशिवकाकंठनीलकंठहोगयाथा।इसलिएवेनीलकंठकेनामसेभीजानेजातेहैं।उन्होंनेकहाशिवपुराणमेंउल्लेखहैकिभगवानशिवस्वयंहीजलहै।इसलिएजलसेउनकीअभिषेककेरूपमेंअराधनाकाउत्तमोत्तमफलहैजिसमेंकोईसंशयनहींहै।शास्त्रोंमेंवर्णितहैकिसावनमहीनेमेंभगवानविष्णुयोगनिद्रामेंचलेजातेहैं।इसलिएइससमयभक्तों,साधु-संतोंसभीकेलिएअमूल्यहोताहै।यहचारमहीनोंमेंहोनेवालाएकवैदिकयज्ञहै,जोएकप्रकारकापौराणिकव्रतहै,जिसेचौमासाभीकहाजाताहै।तत्पश्चातसृष्टिकेसंचालनकाउत्तरदायित्वभगवानशिवग्रहणकरतेहैं।इसलिएसावनकेप्रधानदेवताभगवानशिवबनजातेहैं।