नयीदिल्ली,26अक्टूबर(भाषा)केन्द्रीयजांचब्यूरोकोलेकरव्याप्तविवादपरउच्चतमन्यायालयमेंशुक्रवारकोतेजीसेहुयीसुनवाईकेदौरानजांचब्यूरोकेमुखियाआलोकवर्माकोउनकेअधिकारोंसेवंचितकरउन्हेंअवकाशपरभेजनेकेसरकारकेआदेशपररोकलगानेकेलियेकोईजिक्रहीनहींहुआ।हालांकिआलोकवर्मानेअपनीयाचिकामेंकेन्द्रकेआदेशपररोकलगानेकाअनुरोधकियाथा।प्रधानन्यायाधीशरंजनगोगोई,न्यायमूर्तिसंजयकिशनकौलऔरन्यायमूर्तिकेएमजोसेफकीपीठकेसमक्षआलोकवर्माकीओरसेवरिष्ठअधिवक्ताफलीनरिमननेबहसकीलेकिनइसदौरानसरकारके23अक्टूबरकेआदेशपररोकलगानेकाकोईउल्लेखनहींकियागया।नरिमननेअपनीदलीलमेंउच्चपदोंपरआसीनलोकसेवकोंकेखिलाफभ्रष्टाचारकेआरोपोंकीजांचसेसंबंधितविनीतनारायणप्रकरणमेंशीर्षअदालतके1997केफैसले,केन्द्रीयसतर्कताआयोगकानून,2003औरसीबीआईसेसंबंधितदिल्लीविशेषपुलिसप्रतिष्ठानकानूनमेंसंशोधनोंकाहवालादिया।उन्होंनेकहाकिइसकानूनकेप्रावधानोंकेअनुरूपप्रधानमंत्री,नेताप्रतिपक्षऔरप्रधानन्यायाधीशकीतीनसदस्यीयचयनसमितिजांचब्यूरोकेनिदेशककीनियुक्तिदोसालकेलियेकरतीहैऔरऐसीस्थितिमेंसवालयहहैकिक्याइसकार्यकालकोबीचमेंहीबाधितकियाजासकताहै?उनकातर्कथाकिजांचब्यूरोकेनिदेशककास्थानांतरणकरनेकेलियेइससमितिकीसहमतिआवश्यकहै।हालांकि,सरकारकेआदेशपररोकलगानेकामुद्दान्यायालयमेंउठनेसेपहलेहीपीठनेअटार्नीजनरलकेकेवेणुगोपालसेकहाकिवहइनमुद्दोंकीविवेचनाकरेगी।प्रधानन्यायाधीशनेवेणुगोपालसेकहा,‘‘हमेंसिर्फयहदेखनेकीआवश्यकताहैकिक्याअंतरिमआदेशदियाजाये।समयबर्बादकियेबगैरहीहमआपकोबतानाचाहतेहैंकिहमारेदिमागमेंक्याहै।’’पीठनेकहाकिसीवीसीकीजांचदसदिनकेभीतरपूरीहोनीचाहिएऔरइसकीनिगरानीशीर्षअदालतकेएकन्यायाधीशद्वाराकीजानीचाहिएतथारावकोईनीतिगतनिर्णयनहींलेंगे।