भुवनेश्वरकेंद्रसरकारनेपिछलेदिनोंलंदनसेकोहिनूरवापसलानेकीसंभावनाओंकोखारिजकरदियाहै।इसबीचपुरीकेजगन्नाथमंदिरकेपुजारियोंनेफिरसेकोहिनूरकोवापसलानेकीअपीलकीहै।पुजारियोंकीमांगहैकिबेशकीमतीहीरेकोवापसलायाजाएऔरइसेभगवानजगन्नाथकेमुकुटमेंसजायाजाए।इसकेलिएरविवारकोशहरकेपुजारियोंने12वींशताब्दीकेमंदिरकेसामनेप्रदर्शनभीकिया।पुजारियोंकीमांगहैकिसरकारपहलकरेऔरहीरेकोवापसस्वदेशलाकरमंदिरप्रशासनकोसौंपे।दिल्लीकेनैशनलआर्काइवमेंसंरक्षितएकपत्रमेंदावाकियागयाहैकिमहाराजारणजीतसिंहकोहिनूरहीराभगवानजगन्नाथकोअर्पितकरनाचाहतेथे।18वींशताब्दीकेअंतऔर19वींसदीकेशुरुआतीसालोंमेंरणजीतसिंहकाप्रभुत्वउत्तरभारतकेबड़ेइलाकेमेंहुआकरताथा।हालांकिब्रिटिशहुकूमतनेउनकेपुत्रदिलीपसिंहसे1849मेंहीराहासिलकरलियाथा।मंदिरकेपुजारीसीतीकांतापांडाकाकहनाहै,'कोहिनूरभगवानजगन्नाथकीसंपत्तिहै।महाराजारणजीतसिंहइसेदेवताकोभेंटस्वरूपदेनाचाहतेथे।सिखशासकोंद्वारामंदिरकोबड़ीमात्रामेंसोनाउपहारकेतौरपरदियागया।ओडिशासरकारकोकेंद्रसरकारकेसामनेयहमामलाउठानाचाहिए।कोहिनूरकोजगन्नाथमंदिरमेंवापसलानेकेलिएकेंद्रकोपहलकरनीचाहिए।'एकअन्यपुजारीहरेकृष्णाप्रतिहारीकाकहनाहै,'हमारेपासऐतिहासिकसाक्ष्यहैं,जिससेसाबितहोताहैकिमहाराजारणजीतसिंहकोहिनूरहीरेकोजगन्नाथमंदिरकोभेंटकरनाचाहतेथे।श्रीजगन्नाथमंदिरप्रशासनकोइसकेलिएकदमउठानेचाहिए।'इसखबरकोअंग्रेजीमेंपढ़ें:PuripriestswantKohinoorforLordJagannath