सिद्धार्थनगर:राष्ट्रीयस्वास्थ्यमिशनएवंस्टेटबजटकेअंतर्गतसिद्धार्थनगरमें3करोड़34लाखकेसर्जिकलएवंअन्यसामानोंकीआपूर्तिमेंअनियमितताबरतेजानेकीपुष्टिहुईहै।तीनसदस्यीयजांचटीमनेयहमानाहैकिकूटरचितदस्तावेजतैयारकरनियमोंकाउल्लंघनकियागयाहै।कोटेशनऔरनिविदाप्रक्रियासेसामानोंकीखरीदारीमेंभारीअंतरहै।इसप्रकरणमेंतत्कालीनसीएमओडा.वी.पी.शर्मासहितअन्यपरजांचकीतलवारलटकीहुईहै।
वित्तीयवर्ष2017-18में81सामानोंकेसापेक्ष69सामानकेखरीदकीसूचीजांचटीमकोउपलब्धकराईगईथी।करीब3करोड़34लाखरुपयेसेसामानखरीदेगएथे।यशसर्जिकलनायकनगरलखनऊसेकोटेशनकेआधारपरजिनबेडोंकीखरीदारी8800रुपयेप्रतिबेडकीगईहै।संबंधितफर्मद्वाराउसीबेडकोनिविदाकेआधारपर3720रुपयेमेंखरीददिखायागयाहै।इसीप्रकारकोटेशनपरस्टीलआलमारी12हजार100रुपयेमेंखरीदीगईतोनिविदाकेआधारपरमहज4640रुपयेमेंआपूर्तिकीगई।कोटेशनपरहीप्लास्टिकबाल्टीजहां925रुपयेमेंलीगईतोनिविदामेंइसेमहज169.10मेंआपूर्तिकीगईहै।जोथर्मामीटरबाजारमें80-120रुपयेमेंउपलब्धहै,उसकीआपूर्ति708रुपयेमेंकीगईहै।करीबतीनकरोड़34लाखकीखरीदारीमेंकीगईअनियमितताकाआकलनइसतथ्यसेहीलगायाजासकताहैकिदसलाख72हजार846रुपयेकीकोटेशनपरखरीदेगएसामानकीआपूर्तिजबनिविदाकेआधारपरकियागयातोउतनेकीसामानकेसापेक्षसंबंधितफर्मको3लाख63हजार554काभुगतानकियागयाहै।यानीइसमेंसातलाख8हजार282काअधिकव्ययकियागया।इसकीशिकायतजबआरटीआइकार्यकर्तादेवेशमणित्रिपाठीनेकीतोतत्कालीनजिलाधिकारीकुणालसिल्कूनेत्रिस्तरीयजांचसमितिगठितकरजांचकरनेकेआदेशदिए।समितिमेंएडीएमन्यायिक,मुख्यपशुचिकित्साधिकारीएवंवित्तलेखाधिकारीबेसिकशिक्षाशामिलथे।समितिकेसदस्योंनेजबभीइससंबंधमेंविभागसेपत्रावलीकीमांगकीतोविभागअनदेखीकरतारहा।जिसकीशिकायतआरटीआइकार्यकर्तानेमुख्यमंत्री,स्वास्थ्यमंत्रीऔरप्रमुखसचिवसेकीथी।उच्चन्यायालयइलाहाबादमेंभीकार्यकर्तानेजांचशीघ्रकराएजानेकोलेकरयाचिकादाखिलकीथी।इसकेबादडीएमनेजांचटीमफिरबदलदिया।जांचटीममेंशामिलअपरजिलाधिकारीवित्तएवंराजस्व,मुख्यपशुचिकित्साधिकारीएवंवित्तएवंलेखाधिकारीबेसिकशिक्षानेअपनीजांचरिपोर्टमेंइसतथ्यसेपर्दाउठायाहैकितत्कालीनमुख्यचिकित्साधिकारीसिद्धार्थनगरद्वारावित्तीयअनियमितताकरस्वयंकेलाभकेलिएजनहितएवंनियमोंकीअनदेखीकरकेसामानोंकाक्रयकियागया,जोजनहितमेंनहींहै।सीएमओद्वाराजांचसमितिकोउपलब्धकराईगईसूचनाकापरीक्षणएवंशिकायतकर्ताद्वाराअंकितकराएगएबयानविश्लेषणकरनेपरप्रथमदृष्टयाजांचमेंवित्तीयअनियमितताकीपुष्टिहोतीहै।ऐसीस्थितिमेंजांचसमितिप्रकरणकीजांचशासनसेकराएजानेकीसंस्तुतिकीहै।जिसकेक्रममेंजिलाधिकारीद्वाराशासनकोपत्रलिखकरजांचकेलिएसंस्तुतिकीगईहै।
कोटेशनभीसंदिग्ध
जांचटीमनेकोटेशनकोभीसंदिग्धमानाहै।एकहीवित्तीयवर्षमेंतत्कालीनमुख्यचिकित्साधिकारीडा.वी.पी.शर्माद्वाराकोटेशनद्वारासितंबरमेंहास्पीटलबेड8800रुपये,मार्चमें3720बेडकेकोटेशनकेसापेक्ष3152बेडकाभुगतानकियागया,जोनियमविरूद्धहै।टीमनेअपनीरिपोर्टमेंउल्लेखकियाहैकिकोटेशनकिसमाध्यमसेलखनऊकीकंपनियोंकेपासपहुंचे,इसकाकोईस्पष्टउत्तरइनकेपासनहींहै।बिनाशासनकेअनुमतिकेएकहीवित्तीयवर्षमेंकरोड़ोंरुपयेकेसामानोंकाक्रयकोटेशनकेआधारपरकियागयाहै,जबकिशासनादेशकेअनुसारएकवित्तीयवर्षमेंएकलाखसेअधिककाक्रयकोटेशनसेनहींकियाजासकता,जिनसामानकाक्रयकियागयाहै,वहशासनसेनिर्धारितदरसेकाफीउच्चदरपरहै।अधिकांशसामग्रियोंक्रयजिलास्वास्थ्यसमितिकीअनुमतिनहींलीगईहै।
स्वास्थ्यविभागमेंसर्जिकलएवंअन्यसामानकीआपूर्तिमेंजांचटीमनेजोरिपोर्टसौंपीथी,उसकेआधारपरप्रमुखसचिवचिकित्सास्वास्थ्यएवंपरिवारकल्याण,लखनऊकोपत्रलिखकरप्रकरणकीजांचशासनस्तरसेकरानेकीसंस्तुतिकीगईहै।
जिलाधिकारी,सिद्धार्थनगर