संवादसहयोगी,जगाधरी:अष्टमीपरश्रद्धालुओंनेमाताकेअष्टमरूपमहागौरीकीअराधनाकरघरोंमेंकंजकपूजनकिया।इसदौरानविधिवतरूपसेबालिकाओंकेपैरधोकर,तिलकलगाकरवमौलीबांधकरउन्हेंहलवा,पूरी,चने,नारियलआदिकाभोगलगाया।शहरकेप्राचीनमंदिरदेवीभवनबाजारमेंआस्थाकासैलाबउमड़ानजरआया।जगाधरीकेअलावादूरदराजसेआएश्रद्धालुओंनेमातामनसादेवीकीपूजाअर्चनाकरमन्नतेंमांगी।सुबहचारबजेशुरूहुआदर्शनकासिलसिलादोपहरबादतकजारीरहा।मंदिरकेबाहरमेलाजैसामाहौलरहा।जिसमेंबच्चोंकोखिलौनेवअन्यसामानखरीदतेदेखागया।मंदिरकेपूजारीपंडितअतुलशास्त्रीनेबतायाकिसुबहचारबजेमातामनसादेवीकाविधिवतरूपसेश्रृंगारकियागया।पूजाअर्चनावआरतीकेबादमंदिरश्रद्धालुओंकेदर्शनकेलिएखोलदियागया।अष्टमीपरशहरअलावादूरदराजसेहजारोंलोगमाताकेदर्शनकेलिएआतेहै।जोमाताकोहलवा-पूरीकाभोगलगानेकेबादविधिवतरूपसेपूजाअर्चनाकरतेहै।उन्होंनेबतायाकिभीड़कोनियंत्रितकरनेकेलिएवांलंटियर्सवपुलिसकोतैनातकियागया।श्रद्धालुओंकोलाइनोंमेंलगाकरदर्शनकेलिएभेजागया।घरोंवमंदिरमेंहुआकंजकपूजन
पंडितअतुलशास्त्रीनेबतायाकिमंदिरपरिसरमेंश्रद्धालुओंनेकंजकपूजनभीकिया।वहींघरोंमेंकंजकपूजनकेलिएमारामारीदेखीगई।अलसुबहसेहीश्रद्धालुओंनेमौहल्लेपड़ोसकेघरोंसेकंजकोंकोएकत्रितकरउनकापूजनकिया।पैरधोनेकेबादउन्हेंभोजनग्रहणकरवायाजाताहै।प्रसादकेतौरपरउन्हेंहलवा,पूड़ी,नारियल,चनेआदिकाभोगलगायागया।शास्त्रोंमेंमान्यताहैकिअष्टमीपरकंजकपूजनमांभगवतीकेविभिन्नरूपोंकाप्रतीकहोतीहै।सच्चेभावसेकंजकपूजनकरनेसेघरमेंसुखसमृद्धिकावासहोताहै।