पश्चिमचंपारण,मधुसूदनकुमार।बेतियाराजकेजमानेकाऐतिहासिकहरिवाटिकाशिवमंदिरपरिसरइनदिनोंसब्जीबाजारबनगयाहै।लेकिनइसओरबेतियाराजप्रबंधनकाध्याननहींहै।विधानसभाचुनावकेदौरानबाजारसमितिपरिसरकाउपयोगचुनावकार्यमेंलिएकियाजानाथा,इसवजहसेसब्जीबाजारकोमंदिरपरिसरमेंस्थानांतरितकियागया।मंदिरप्रबंधनकोयहआश्वासनदियागयाथाकिचुनावसंपन्नहोनेकेबादफिरयेबाजारअपनेपुरानीजगहपरचलाजाएगा।विधानसभाचुनावबीतेकईमाहहोगए,बावजूदसब्जीबाजारकोस्थानांतरितनहींकियागया।मंदिरकेपुजारीनेबतायाकिपरिसरमेंलगेबाजारकोहटवानेकेलिएकईबारप्रशासनसेआग्रहकियागया।वरीयअधिकारियोंकोआवेदनभीदियागया।बावजूदअबतकइसदिशामेंठोसकार्रवाईनहींहोसकीहै।

मंदिरमेंश्रद्धालुओंकीसंख्याहुईकम

पुजारीनेबतायाकिवैसेभीराजप्रबंधनकेमंदिरोंमेंभगवानकोभोगलगानेएवंमंदिरकेरखरखावकेखर्चेबहुतकममिलतेहैं।श्रद्धालुओंसेमिलेदानपरहीमंदिरकीव्यवस्थाटिकीहुईहै।यहांबाजारलगनेसेश्रद्धालुओंकीसंख्या50फीसदरहगईहै।सो,दानकीराशिभीघटगईहै।ऐसेमेंभगवानकोभोगलगानेएवंमंदिरकेरखरखावमेंभीकाफीकठिनाईहोरहीहै।कईबारआर्थिकतंगीकीवजहसेभगवानकोअपेक्षितभूखभीनहींलगायाजाता।इसकीसूचनाभीबेतियाराजप्रबंधनकोदीगईहै।

बेतियामहाराजनेलगवाईथीवाटिका

शहरकेपूर्वदिशाकेप्रवेशद्वारहरिवाटिकाचौकसेदक्षिणदिशाकीओरबेतियामहाराजनेशिवमंदिरकीस्थापनाकी।मान्यताहैंकिमहाराजकेशासनकालमेंयहांपुष्पवाटिकाथी।पुष्पवाटिकामेंचंपा,चमेली,गुलाबसहिततरह-तरहकेपुष्पखिलेरहतेथे।महारानीपूजाकरनेकेलिएमंदिरमेंआतीथीतूघंटोंपुष्पवाटिकारहतीथीं।इसपरिसरमेंमहाराजनेपर्यावरणसंरक्षणकेसाथ-साथजलसंचयकीव्यवस्थाकीथी।मंदिरकेदक्षिणवउत्तरदिशामेंदोविशालाकुंआखोदवायागयाथा।जिसकाआजअस्तित्वसमाप्तहोनेकेकगारपरहै।स्थानीयबुजुर्गरामेश्वरप्रसादनेबताया,बेतियाकेमहाराजकिसीभीयात्राकेदौरानराजदेवड़ीसेनिकलतेथे,तोहरिवाटिकाशिवमंदिरमेंअवश्यआतेथे।यहांआकरपूजापाठकेबादहीयात्राआरंभकरतेथे।वापसीकेदौरानभीमंदिरमेंपूजाकेबादहीदेवड़ीमेंलौटतेथे।बेतियाराजकेव्यवस्थापकविनोदकुमारसिंहनेकहाकिहरिवाटिकाशिवमंदिरपरिसरकेअतिक्रमणकीशिकायतमिलीहै।परिसरमेंबाजारलगनेसेपरेशानीहै।राजप्रबंधनकीओरसेइसदिशामेंपहलकीजारहीहै।