संसू,हाथरस:हसायनकेगांवबनवारीपुरमेंचलरहीश्रीमद्भागवतकथामेंप्रसिद्धकथावाचकदेवकीनंदनठाकुरमहाराजनेलोगोंकोगायपालनेकेलिएप्रेरितकरतेहुएयुवापीढ़ीकोबॉलीवुडकाबहिष्कारकरनेकाआह्वानकिया।कहाकिजोहमारीहिदूसंस्कृतिकोचोटपहुंचारहेहैं,उन्हेंआईनादिखानाजरूरीहै।ईश्वरभक्तिसेदेवऋषिनारदकाप्रसंगसुनाया।कहाकिसत्संगसेमुक्तिमिलतीहै।कलयुगमेंदानहीसबसेबड़ीमुक्तिकामार्गहै।

उन्होंनेकहाकिपरीक्षितकेकारणमानवकोश्रीमद्भागवतमिली।मनुष्यकोहररोजभगवानकाभोगलगानाचाहिए।दुर्वासाऋषिऔरदुर्योधन,विदुरऔरधृतराष्ट्रकाप्रसंगसुनाकरइनसेसीखलेनेकोकहा।मनुष्यकोअभिमाननहींस्वाभिमानरखनाचाहिए।कलयुगमेंकृष्णकीभक्तिसेक्लेशनहींहोती।घरमेंसुख-शांतिरहतीहै।भ्रूणहत्याकोमहापापबतायाऔरकहाकिइसकाप्रतिफलमनुष्यकोभुगतनापड़ेगा।आजज्यादातरपरिवारगायपालनेसेदूरहोरहेहैं।हरघरमेंएकस्थानकच्चारहनाचाहिएजहांपरगायकेगोबरकालेपनहो।इसकार्यकोकरनेसेउसगृहमेंलक्ष्मीविराजमानरहतीहैं।

देवकीनंदनठाकुरनेकहाकिजहांपरसाधुओंकाअपमानहोताहै,वहांपरविपत्तिकोनिमंत्रणहोताहै।उन्होंनेउपकारऔरअपकारकाविस्तृतव्याख्यानकिया।ठाकुररघुराजसिंहकाकियास्वागत

कथाकेदूसरेदिनराज्यमंत्रीदर्जाप्राप्तठाकुररघुराजसिंहनेकथावाचकठाकुरदेवकीनंदनमहाराजकोमालापहनाकरआशीर्वादलिया।उन्होंनेकहाकिमनोभावसेकथासुननीचाहिए।विदेशीकल्चरनईपीढ़ीकोहमारीसंस्कृतिसेदूरकररहीहै।

विदेशोंमेंवृद्धआश्रमबनायेजातेथे,मगरअबभारतमेंभीबनाएजारहेहैं।मुख्यआयोजकअवधेशकुमारसिंहनेउनकास्वागतकिया।छर्राविधानसभाक्षेत्रकेविधायकरविद्रपालसिंहऔरपूर्वविधायकसुरेशप्रतापगांधीनेभीदेवकीनंदनठाकुरसेआशीर्वादलिया।बाड़चौराहेपरभाजपाइयोंनेरघुराजसिंहकास्वागतकियागया।चंद्रप्रकाशमाहौर,सभासदहिमांशुवाष्र्णेय,कपिलकुमारवाष्र्णेय,सत्यनारायणअग्रवाल,विष्णुदत्तवाष्र्णेय,राहुलवाष्र्णेय,बसंतकुमारवर्मामौजूदरहे।कलशयात्राकेसाथशुरूहुईभागवत

जासं,हाथरस:गलीहनुमानस्थितसतीमहारानीमंदिरपरकलशयात्राकेसाथभागवतकथाकाशुभारंभहोगया।कलशयात्राकाअनेकस्थानोंपरपुष्पवर्षाकरस्वागतकियागया।आचार्यविशालवल्लभाचार्यनेकहाकिकथाश्रवणसेकष्टदूरहोजातेहै।

कथावाचकमहाराजविशालवल्लभाचार्यनेबतायाकिअगरभगवानकोपानाहैतोप्रेमऔरभक्तिकामार्गअपनानाचाहिए।मानवजीवनमेंप्रेमऔरभक्तिकीभावनाकाउदयतबहोताहै,जबउसकोसंतऔरग्रंथकासानिध्यमिलताहै।रामायणमेंनौप्रकारकीभक्तिबताईगईहै,जिनकेमाध्यमसेभक्तभगवानकोप्राप्तकरसकतेहैं।असलीभक्तवहीहैजोभक्तिमेंदुनियापरशर्मनकरे।इसमायावीदुनियामेंअगरकन्हैयाकासहारामिलजाएतोकिसीसांसारिकसहारेकीजरूरतनहींहै।उन्होंनेकहाकिमीराकीकोईसंताननहींथी,उनकाविवाहराजघरानेमेंहुआ,लेकिनआजभीउनकानामकन्हैयासेजुड़ेउनकेसंबंधकेलिएजानाजाताहै।सभीपापोंकोनष्टकरनेकासाधनश्रीमदभागवतकथाहीकलयुगमेंमानवकेलिएसरलसाधनहै।जबमनुष्यकथाकाश्रवणकरताहैतोसभीपापोंसेमुक्तहोजाताहै।कथामेंसभीभक्तोंनेशिवपार्वतीकेविवाहकाआनंदलिया।कथाआयोजनमेंमुख्यआचार्यपं.परिषदकेअध्यक्षकृष्णवल्लभमिश्र,यजमानगारमेंट्सएसोसिएशनअध्यक्षअजीतशर्मा,डब्बूअग्रवाल,बबलूअग्रवाल,रविशर्मागर्गाचार्यमौजूदरहे।