जागरणसंवाददाता,यमुनानगर:इंकलाबमंदिरगुमथलारावमेंस्थापितभारतमातावक्रांतिकारियोंकीप्रतिमाएंविद्यार्थियोंसेलेकरहरवर्गकेलोगोंमेंदेशभक्तिकाजोशपैदाकरतीहैं।वहींइसकेपरिसरकीहरियालीहरकिसीकोअपनीओरआकर्षितकरतीहै।युवाओंकीमेहनतनेइसकेआंगनकोहराभराकरदियाहै।यहांआम,फाइकस,चंपा,पाम,अशोका,चांदनी,रातकीरानी,गुलाब,गेंदा,बटरफ्लाई,आंवला,अमरूद,जामुनके250सेज्यादापेड़पौधेलगेहैं।देखरेखकेलिएबनी24युवाओंकीटीम:

इंकलाबमंदिरमेंपौधेलगानेवइनकीदेखरेखकेलिए24युवाओंकीटीमबनीहै।जिसमेंहरियाणाएंटीकरप्शनसोसाइटीकेअध्यक्षएडवोकेटवरयामसिंह,गुरमुखसिंह,एशियार्डखेलोंमेंस्वर्णपदकविजेताशेरसिंहमलिक,सर्वजीतसिंह,कुलवंतसिंह,अवतार,सोनू,अमित,अमरजीतसिंह,यशपालसिंह,बलजीतसिंहवबलविद्रसिंहसमेतअन्यशामिलहैं।रोजानासभीसुबह-शामयहांपहुंचतेहैंऔरपौधोंकोपानी,खादउपलब्धकरवातेहैं।यहटीमकेवलकामकरनेकेलिएहै।किसीमेंकोईहीनभावनानआएइसलिएसभीसदस्यकेरूपमेंकामकरतेहैं।महिलाएंसैरकेलिएआनेलगी:

आसपासपार्कनहोनेसेगांवरावकीमहिलाएंपहलेसड़कपरहीसुबह-शामसैरकरतीथी।सड़कपरहीपुरुषभीसैरकरतेथे।काफीमहिलाएंतोलोकलज्जाकेकारणसड़कपरघूमनेभीनहींआतीथी।परंतुइंकलाबमंदिरमेंलगेपौधोंकेकारणयहांकाजोवातावरणबदलाहैउससेप्रभावितहोकरअबसारीमहिलाएंयहींपरसैरकरतीहैं।जबतकमहिलाएंयहांसैरकरतीहैंतबतककोईपुरुषनहींआता।सुरक्षाकी²ष्टिसेयहांसीसीटीवीलगाएगएहैं।प्राथमिकपाठशालामेंबनाशहीदोंकापहलामंदिर:

इंकलबामंदिरदेशमेंशहीदोंकापहलामंदिरहै।यहमंदिरराजकीयप्राथमिकपाठशालाकेपरिसरमेंइंकलाबमंदिरकीनींवएडवोकेटवरयामसिंहनेवर्ष2000मेंरखीथी।यहांपरभारतमाताकेअलावाभगतसिंह,राजगुरु,चंद्रशेखर,सुभाषचंद्रबोस,शहीदउधमसिंह,बालगंगाधरतिलक,लाललाजपतरायसमेतकुल11प्रतिमाएंस्थापितहैं।स्कूलमेंअभी27विद्यार्थीहैं।जबतकस्कूललगताहैतबतकयहांकार्यरतअध्यापकरतनकश्यपखालीसमयमेंपौधोंकीदेखरेखकरतेहैं।शहीदोंकोसारासालश्रद्धांजलिदीजासकेइसलिएयहांपरऐसेफूललगाएगएहैंजोदिनवरातको12महीनेउपलब्धहोसकें।पेड़ोंकाहमारेजीवनमेंक्यामहत्वहैइसकाइसीसेलगायाजासकताहैकिअबइनपेड़ोंपरपक्षियोंनेकाफीसंख्यामेंअपनेघोंसलेबनालिएहैं।आसपासइतनीतितलियांकहींनहींआतीजितनीयहांलगेफूलोंपरआतीहैं।सभीजरूरलगाएंपौधे:वरयामसिंह

वरयामसिंहकाकहनाहैकिपौधेहमेंजिदारहनेकेलिएआक्सीजनदेतेहैं।यहांतककीआखिरीसमयमेंइन्हींपेड़ोंकीलकड़ीकामआतीहै।इसलिएपौधोंकाहमारेजीवनमेंबहुतमहत्वहै।यदिहरव्यक्तिसालमेंकमसेकमदोसेपांचपौधेभीलगाएतोपर्यावरणकोजोसंतुलनबिगड़रहाहैउसमेंकाफीसुधारहोसकताहै।