औरंगाबाद।देशप्रसिद्धदेवसूर्यमंदिरमेंछठव्रतकेबादपहलीरविवारएवंनवमीकेकारणदर्शनकरनेकोश्रद्धालुओंकीभीड़उमड़पड़ी।इसजिलेकेअलावागया,रोहतास,झारखंडकेचतरा,पलामूसमेतअन्यजिलोंसेश्रद्धालुपहुंचेथे।श्रद्धालुओंनेमंदिरमेंपूजा-अर्चनाकरअपनीमनोकामनापूरीकी।दर्शनकरनेसेपहलेश्रद्धालुपवित्रसूर्यकुंडमेंस्नानकरदंडवतदेतेहुएमंदिरपहुंचे।भीड़होनेकेकारणश्रद्धालुओंकोगर्भगृहकेअंदरजानेपररोकथी।श्रद्धालुभगवानसूर्यकेगर्भगृहकेबाहरसेहीदर्शनकिए।झारखंडकेचतराकेअनिषरंजन,प्रेमकुमार,प्रियादेवी,सुरजकुमार,औरंगाबादकेसतीशकुमार,शिक्षकअशोकपांडेय,नलिनीरंजन,प्रेमकुमार,रफीगंजकेविनोद¨सहनेकहाकिदेवमेंभगवानसूर्यकादर्शनकरनेसेश्रद्धालुओंकीसभीमनोकामनापूरीहोतीहै।श्रद्धालुओंनेबतायाकिदेवमंदिरकाफीपौराणिकहै।कार्तिकएवंचैतमासमेंयहांछठव्रतकरनेदेशकेकोने-कोनेसेलाखोंश्रद्धालुपहुंचतेहैं।आद्राकेसमयमेलालगताहै।इसकेअलावाहररविवारकोश्रद्धलुओंकीभीड़पहुंचतीहै।ऐसेहरदिनमंदिरमेंपूजाकरेकेलिएश्रद्धालुओंकाआना-जानालगारहताहै।मुख्यपुजारीसच्चिदानंदपाठकनेबतायाकिदेवसूर्यमंदिरएवंसूर्यकुंडकीकाफीपौराणिकताहै।मेलाकेबादगंदगीकाअंबार
देवचैतीछठमेलाशुक्रवारकोसंपन्नहुआ।मेलासंपन्नहोनेकेबाददेवमेंगंदगीकाअंबारलगाहै।सूर्यकुंडतालाबसेलेकरजहांश्रद्धालुठहरेथेवहांगंदगीलगीहै।सूर्यकुंडतालाबकीसफाईशुरुनहींकीगईहै।मंदिरपरिसरमेंभीगंदगीलगाहै।मंदिरपरिसरएवंसूर्यकुंडतालाबपरगंदगीसेश्रद्धालुओंकोपरेशानीहुई।