संवादसहयोगी,दादरी:दादरीविकासखंडकेगांवकैमरालाचक्रसेनपुरमेंबुधवारकोकिसानगोष्ठीहुई।इसमेंकैमरालागांवकेअलावाआसपासकेगांवोंकेदर्जनोंकिसानोंनेहिस्सालिया।कृषिवैज्ञानिकोंनेकिसानोंकोजैविकखेतीवउसकेलाभकेबारेमेंजानकारीदी।किसानोंनेजैविकखेतीकरनेकीशपथली।

बकौलकृषिवैज्ञानिकअजयपालसिंह,पिछले60-70वर्षसेयूरियावअन्यरासायनिकउर्वरकोंकेअत्यधिकइस्तेमालसेकृषियोग्यभूमिकीउर्वराशक्तिखत्महोचुकीहै।इसेबढ़ानेकेलिएजैविकखेतीजरूरीहै।पर्यावरणवस्वच्छप्राकृतिकसंतुलनकोकायमरखतेहुएभूमि,जलएवंवायुकोप्रदूषितकिएबिनादीर्घकालीनवस्थिरउत्पादनपायाजासकताहै।यहपद्धतिरसायनिककृषिकीअपेक्षासस्तीहै।जैविकखेतीकेलिएजीवांशगोबरकीखाद(नैडपविधि)वर्मीकम्पोस्ट,जैवउर्वरकएवंहरीखादकाप्रयोगकियाजाताहै।गोष्ठीमेंवीरसिंहभाटी,सूबेदाररघुराजसिंह,हातमसिंह,ओपीशेखावत,राजसिंह,श्रीचंदभाटी,ललितभाटी,रोहितभाटी,जगमोहनआदिकिसानमौजूदथे।