अलीगढ़,जागरणसंवाददाता।पूर्वमुख्यमंत्रीकल्याणसिंहकोमरणोपरांतपदमविभूषणमिलनेकीखुशीजिलेभरमेंहै।उनकेपैतृकगांवमढ़ाेलीमेंतोलोगमिठाईलेकरउनकेघरपहुंचगए।उनकीपत्नीरामवतीकोबधाईदी।सम्मानकीजानकारीकेबादवोभावुकहोगईं।गांवमेंभीलोगोंनेआपसमेंमिठाईखिलाकरकल्याणकागौरवबताया।यहीनजाराकस्बाअतरौलीमेंथा।अलीगढ़मेंस्थितराजपैलेसपरमेंखुशीमाहौलथा।उनकेपुत्रवएटासांसदराजवीरसिंहराजूभैयानेकहाकिपूरादेशगौरवान्तिमहसूसकररहरहाहै।पूरेदेशकेलिएसम्मानकीबातहै।कहाहै,बाजूजीहरवर्गकोसाथलेकरचले।पार्टीनेभीउन्हेंबहुतकुछदिया।
बाबूजीकोबहुतबड़ासम्मान
मैरिसरोडस्थितराजपैलेसमेंराजवीरसिंहराजूभैयाकोबधाईदेनकेलिएलोगपहुंचे।कोरोनासंक्रमितहोनेचलतेराजूभैयानेलोगोंसेदूरीबनानेकीसलाहदी।राजूभावुकभीहुए।बोले,इससम्मानसेमैं,मेरीमां,मेरापरिवारगौरवान्वितहै।बाबूजीनेओबीसी,एससी,सवर्णकाबाबूजीनेसाथदिया।भारतसरकारकाआभारीहूं।मरणोपरांतहीसहीलेकिनबाबूजीकोबहुतबड़ासम्मानदियाहै।
कल्याणसिंहकाराजनीतिकसफर
कल्याणसिंहकाजन्मअतरौलीकेगांवमढ़ौलीमें5जनवरी1932मेंहुआथा।यहींसेउन्होंनेराजनीतिकासफरशुरूकियाथा।उन्होंनेप्राथमिकशिक्षाअतरौलीसेप्राप्तकी।12वींतककीपढ़ाईकेएमवीइंटरकालेजसेकी।अलीगढ़केधर्मसमाजडिग्रीकालेजसेएमएवएलटीकीपढ़ाईकी।बतौरशिक्षकपहलीनौकरीआर्यनकल्चरअकादमीहायरसेकेंडरीस्कूलरायपुरमुजफ्फतामेंलगी।यहांकुछवर्षपढ़ाया।इसकेबादअतरौलीस्थितनगरपालिकाइंटरकालेजमेंआगए।इसीदौरानइनकाराष्ट्रीयस्वयंसेवकसंघसेजुड़ावहोगया।उन्होंनेअतरौलीक्षेत्रकेगांवोंमेंसंघकोबढ़ानेकाकामकिया।30वर्षकीआयुमें1962मेंउन्होंनेपहलाचुनावलड़ा।उससमयउनकीउम्र30वर्षथी।युवाजोशऔरउत्साहसेवोलबरेजथे।पहलेचुनावमेंहारकासामनाकरनापड़ा।1967मेंकल्याणसिंहनेफिरअतरौलीविधानसभाक्षेत्रसेतालठोंकी।इसबारउन्होंनेजीतदर्जकी।फिर,राजनीतिमेंउन्होंनेपीछेमुड़करनहींदेखा।वेअतरौलीविधानसभाक्षेत्रसे10बारविधायकचुनेगए।
दोबारसीएमबनेकल्याण
1971मेंअटलबिहारीवाजपेयीनेअतरौलीकेकेएमवीइंटरकालेजमेंसभाकोसंबोधितकियाथा।यहऐतिहासिकसभाथी।कल्याणसिंहनेइसमेंकाफीमेहनतकीथी।यहांसेउनकाकदराष्ट्रीयस्तरपरउठनेलगाथा।वेराष्ट्रवादीविचारधाराकेपक्षधरथे।इमरजेंसीकेसमय21माहजेलमेंरहेथे।वर्ष1991मेंभाजपासेप्रदेशकेपहलेमुख्यमंत्रीबने।छहदिसंबर1992कोविवादितढांचाढहाएजानेकेबादसेउन्होंनेमुख्यमंत्रीकीकुर्सीछोड़दीथी।इससेउनकीपहचानकट्टरहिंदूवादीनेताकेरूपमेंबनकरउभरी।पूरेदेशमेंवेचॢचतहोगएथे।1997मेंदोबारामुख्यमंत्रीबने।1999तकवोमुख्यमंत्रीरहे।
मुख्यमंत्रीकेबादकाराजनीतिकसफर
भाजपासेविवादहोनेपरउन्होंने1999मेंराष्ट्रीयक्रांतिपार्टीबनाई।2002मेंविधानसभाचुनावलड़े।तीनसीटेंजीतींथीं।अतरौलीसेकल्याणसिंहनेऔरडिबाईसेइनकेपुत्रराजवीरसिंहराजूभैयानेजीतदर्जकीथी।2004मेंफिरउन्होंनेभाजपामेंवापसीकरली।बुलंदशहरसेसांसदकाचुनावलड़ेऔरजीतहासिलकी।2008मेंफिरभाजपासेरिश्तेबिगडऩेलगे।इसकेबाद2009मेंभाजपासेरिश्तातोड़करएटासेनिर्दलीयचुनावलड़ेऔरजीतदर्जकी।2010मेंजनक्रांतिपार्टीबनाई।हालांकि,2013केचुनावमेंफिरकल्याणसिंहभाजपामेंआगए।शेरकीतरहगरजनेवालेकल्याणसिंहपरउम्रहावीहोनेलगीथी,इसलिएवोसक्रियराजनीतिमेंनहींजानाचाहतेथे।वेहिमाचलवराजस्थानकेराज्यपालभीरहे।
बाबूजीनेपूराजीवनसमाजकीसेवामेंसमर्पितकिया।उनकेलिएसभीसमानथे।राष्ट्रपतिवप्रधानमंत्रीजीकोमेरेवपूरेपरिवारकीओरसेआभार।
-संदीपसिंह,अतरौलीविधायकववित्तराज्यमंत्री
अलीगढ़तालाऔरएएमयूकेअलावास्व.कल्याणसिंहबाबूजीकेनामसेभीजानाजाताहै।बाबूजीकोमरणोपरांतपद्मविभूषणपुरस्कारसेसम्मानितकियाजारहाहै,यहहमारेलिएसौभाग्यकीबातहै।
-अभिनवमाहेश्वरी,महावीरपार्कवृंदावनधाम
बाबूजीकोपद्मविभूषणसम्मानकीघोषणासेमनरोमांचितहोगया।येकिसीव्यक्तिकानहींबल्किरामभक्तवराष्ट्रवादकासम्मानहै।बाबूजीऐसेराष्ट्रवादीनेताथेजिन्होंनेरामभक्तिकेलिएसत्ताप्रसादकोठुकरादियाथा।
डा.चंद्रशेखरशर्मा,साहित्यकारऔरसामाजिककार्यकर्ता
कल्याणसिंहप्रदेशहीनहींदेशकीराजनीतिकेकेंद्रबिंदुथे।उन्होंनेहमेशामजबूतराष्ट्रकोप्राथमिकतादी।यूपीमेंसुशाषनकासंदेशदिया।अबकेंद्रसरकारनेबाबूजीकोपद्दमविभूषणदेनेकाएलानकरअलीगढ़कोबड़ीसौगातदीहै।
-विजयसिंह,जिलापंचायतअध्यक्ष
बाबूजीकीवजहसेहमारेक्षेत्रकानामदेशसेलेकरविदेशतकछाया।अबउन्हेंयहसम्मानमिलनेसेक्षेत्रकानामऔरभीरोशनहोगया।बाबूजीनेहमेशासर्वसमाजकेलिएकामकिया।
धर्मवतीदेवीसभासदमढ़ौली।
बाबूजीकल्याणसिंहनेअयोध्यामेंराममंदिरबनवानेकेलिएजोसंघर्षकियाउसेकभीभुलायानहींजासकेगा।इससम्मानकेवोहकदारथे।सरकारकेफैसलेसेबहुतखुशीमिलीहै।
-रविगोयल,न्यूअशोकनगर