मनोजतिवारी,गिद्दी(रामगढ़):कलासाधनासेआतीहैऔरव्यक्तिकेस्वभावसेकलानिखरतीहै।वैश्विकमहामारीकोरोनावायरसकेसंक्रमणसेबचनेकेलिएलॉकडाउनकेतहतलोगघरोंमेंकैदहै।वहींलॉकडाउनकेदौरानबच्चेअपनेपढ़ाईकेसाथ-साथकलाकोनिखारनेकाकार्यकररहेहैं।इसकामकोबखूबीगिद्दीनिवासीधनंजयसिंहकीपुत्रीसहगिद्दीडीएवीकीनौवींकक्षामेंअध्यनरतछात्राकोमलसिंहकररहीहै।कोमलसिंहअपनीकलाकेजरिएकोरोनावायरससेबचनेकीसीखदेरहीहै।साथहीपेंटिगकेमाध्यमसेलॉकडाउनकेदौरानघरोंमेंरहनेवघरकादरवाजाखुलारहनेसेकोरोनावायरसकीचपेटमेंआनेसेबचनेकासंदेशदियाहै।कोमलसिंहकोरेकागजपरजहांब्रशफेरकरखूबसूरतरंगदेनेकाकार्यकरतीहैं।वहींकेसियोमेंअपनीउंगलीकोनचातेहुएकईगानोंकीखूबसूरतधुननिकालनेमेंमाहिरहैं।हालांकिपेंटिगवकेसियोबजानायूटूबसेसीखाहै।कोमलझारखंडमेंलॉकडाउनकेदौरानकरीबडेढ़दर्जनपेंटिगबनाचुकीहै।पेंटिगमेंजोकर,पर्यावरण,महिलावघरकेसदस्योंकीखूबसूरततस्वीरउतारीहै।कोमलअपनीकलासेकईस्थानीयपेंटिगप्रतियोगितामेंअपनालोहामनवाचुकीहै।कोमलसिंहनेकहाकिलॉकडाउनकेदौरानपेंटिगवकेसियोमेंसंगीतकीधुननिकालनेकीकलाकाधारदेनेकाकार्यकररहीहैं।वहींकोमलसिंहकीइसकलाकोधारदेनेमेंउनकेपिता-माताकापूरासहयोगमिलताहै।कोमलनेकहाकिपूराविश्वकोरोनावायरसकेसंक्रमणसेतबाहहै।कोरोनावायरसकेसंक्रमणसेबचनेकेलिएलोगोंसेलॉकडाउनकापालनकरतेहुएघरोंमेंरहने,शारीरिकदूरीबनाएरखनेवहाथोंकोसाबुनसेबार-बारधोतेरहनेकोकहा।