संवादसूत्र,मझिआंव:राधाकृष्णमंदिरमेंशनिवारकीराजजन्माष्टमीपूजाधूमधामसेमनाईगई।रातके12बजतेहीलोगनंदलालकाजयकारालगाउनकीजन्मकीखुशीमेंसराबोरहोगये।साथहीश्रद्धालुओंद्वारागायेजारहेभजन-कीर्तनसेपूराइलाकागूंजउठा।वहींउपस्थितमहिलाओंद्वाराएकसेबढ़करएकसोहरकेगीतकीप्रस्तुतिकीगई।इसेपूर्वमंदिरकेव्यवस्थापकद्वारामंदिरकीफूलमालासेआकर्षकढंगसेसजावटकीगईथी।वहींमंदिरपरिसरमेंमटकाफोड़प्रतियोगिताकाआयोजनकियागया।मंदिरपरिसरमेंआयोजितमटकाफोड़कार्यक्रमलोगोंकेबीचआकर्षणकाकेंद्रबनारहा।मटकाफोड़प्रतियोगितामेंकईग्रुपकेलोगशामिलहुएथे।लेकिनसभीग्रुपोंकोपछाड़तेहुएचंद्रीस्थितसुड़वारमोहल्लेकेयुवकोंनेमटकाफोड़करबाजीमारली।इसमौकेपरप्रशासनपूरीतरहमुस्तैदथी।इसकार्यक्रमकोसफलबनानेकेलिएमंदिरकेपुजारीबाबाकेशवनारायणदास,शिक्षकशिवप्रसाद,नागेंद्रसिंह,विनयसिंह,नंदलालसिंहआदिकामहत्वपूर्णयोगदानरहा।इधरश्रीकृष्णजन्मउत्सवकेपश्चातरविवारकोराधाकृष्णमंदिरकेपुजारीबाबाकेशवनारायणदासकेनेतृत्वमेंकृष्णभगवानकोपालकीपरबिरजमानकराउन्हेंपूरेशहरमेंगाजे-बाजेकेसाथघुमायागया।जहांपरश्रद्धालुओंनेभगवानकृष्णकीपूजाअर्चनाकी।जबकिबाबाकेशवनारायणदासलोगोंकोतिलकलगाया।मंदिरकेमहंतबाबाकेशवदासनेबतायाकिकृष्णभगवानके जन्मउत्सवकेछठवेंदिनमंदिरपरिसरमेंछठीकार्यक्रमकाआयोजनकियाजाएगा।