नोएडा,जागरणसंवाददाता।ग्रेटरनोएडास्थितशारदाअस्पतालमेंसोमवारकोप्रसिद्धसाहित्यकारसुरेंद्रमोहनपाठककोरोनाकीचपेटमेंआगएहैं।साहित्यकारसुरेंद्रमोहनपाठकमूलरूपसेअमृतसर,पंजाबकेनिवासीहै।उन्होंनेमशहूरजेम्सबांडसीरीजकाहिंदीअनुवादकियाऔरहिंदीभाषाकेलगभग300थ्रिलरउपन्यासलिखेहै। जानकारीकेअनुसार,सुरेंद्रमोहनपाठकऔरउनकेबेटेसुनीलकोकोरोनाहोनेकेबाउन्होंनेकईसरकारीवनिजीअस्पतालोंसेसंपर्ककिया,लेकिनकहींसेभीमददनहींमिली।उसकेबादउनकीपत्नीऔरबेटीनेइंटरनेटमीडियापरमददकीगुहारलगाईथी,जिसकेबादजिलाप्रशासनहरकतमेंआयाऔरपीड़ितपरिवारसेसंपर्ककिया।
उनकीबेटीरीमानेइंटरनेटमीडियापर पोस्टकियाकिउनकेपितावभाईसुनीलकोकोरोनाहै।आक्सीजनकास्तर65से78केबीचरहगयाहै,चिकित्सकोंनेउन्हेंआक्सीजनस्पोर्टकीसलाहदीहै,लेकिनदिल्ली-एनसीआरकेअस्पतालोंमेंबिस्तरनहींमिलरहेहैं।उनकीपोस्टकेबादकईअन्यप्रसिद्धलोगोंनेउनकेइलाजकीगुहारलगाई।
इंटरनेटमीडियापरउनकीपोस्टसेसरगर्मियांतेजहोगई।सीएमओडाॅ.दीपकओहरीनेबतायाकिसाहित्याकारसुरेंद्रमोहनपाठककोशारदाअस्पतालमेंभर्तीकरायागयाहै।उनकीजिंदगीबचानेकेलिएहरसंभवप्रयासकिएजारहेहैं।
नोएडामेंचारलैबलेकिनसिर्फजिम्सऔरचाइल्डपीजीआइमेंहोरहीजांच
वहीं,संक्रमणसेजूझरहेगौतमबुद्धनगरमेंलोगोंकोआरटी-पीसीआरजांचकीरिपोर्टकेलिएएकसप्ताहसेदसदिनोंतककालंबाइंतजारकरनापड़रहाहै।यहहालततबहैजबदोराष्ट्रीयसंस्थानोंसमेतचारलैबमेंसैंपलकीजांचकीजारहीहै।स्वास्थ्यविभागकाकहनाहैकिकोरोनासैंपलोंकीजांचकेलिएग्रेटरनोएडास्थितजिम्सऔरनोएडास्थितचाइल्डपीजीआइमेंलैबहै।यहांपरजिलेकेअलावादिल्ली-एनसीआरऔरपश्चिमीयूपीकेकरीब12जिलोंकेसैंपलजांचकेलिएआरहेहैं।दोनोंलैबकीप्रतिदिनक्षमताचारहजारजांचकरनेकीहै,लेकिनयहांआठहजारसैंपलपहुंचरहेहैं।यहीवजहहैकिलोगोंकोरिपोर्टमिलनेमेंलंबाइंतजारकरनापड़रहाहै।वैसेतोजिलेमेंदोराष्ट्रीयसंस्थानमेंभीआरटी-पीसीआरजांचकेलिएलैबबनीहै,लेकिनदोनोंलैबनेजिलेकेसैंपललेनेसेहाथखड़ेकरदिएहैं।