रियासी,संवादसहयोगी:रियासीजिलाकेठाकराकोटतहसीलकेचंकाहकेरहनेवाले22वर्षीयअमनसिंहपुत्रराजेंद्रसिंहभीयूक्रेनमेंफंसेहुएहैं।अमनसिंहनेफिलहालएकमेट्रोस्टेशनकीबेसमेंटमेंशरणलीहैयहांकुछभारतीयोंसहितहजारसेभीअधिकलोगमौजूदहैं।अमनसिंहनेवहांसेएकवीडियोबनाकरभेजाहैजिसमेंउन्होंनेवहांकीस्थितिकोखतरनाकबतातेहुएउनकेसहितवहांफंसेसभीभारतीयोंकोसुरक्षितनिकालकरघरपहुंचानेकीअपीलकीहै।
वीडियोमेंअमनसिंहबतारहेहैंकिजिसजगहउन्होंनेशरणलीहैउसक्षेत्रमेंरूसकेसैनिकपहुंचगएहैं।वहांडरकामाहौलबनाहुआहैपतानहींकिअगलेपलक्याहोजाए।खानेपीनेकीकाफीतंगीबनीहुईहै।उसपरतापमानशून्यसे2डिग्रीनीचेचलरहाहैऐसेमेंअत्यंतखतरनाकस्थितिमेंइसअस्थाईठिकानेपरअधिकसमयगुजारनाबहुतहीमुश्किलबनाहुआहै।वहीअमनसिंहकेचचेरेभाईधीरजठाकुरनेबतायाकिअमनसिंहयूक्रेनकेखर्कीवमेंहै।वहवहांपिछलेलगभगतीनसालसेएमबीबीएसकीपढ़ाईकररहेहै।बीतेवर्षकेनवंबरमाहमेंअमनघरआएथेउसकेबादफिरसेअपनीपढ़ाईकेलिएयूक्रेनचलेगएथे।
धीरजठाकुरनेबतायाकिशुक्रवाररातकोउनकीफोनपरअमनसिंहसेबातहुईथीतोअमननेबतायाथाकिरूसकीतरफसेभारीगोलाबारीकीजारहीहैअमननेउन्हेंबतायाथाकिएकमेट्रोस्टेशनकीबेसमेंटमेंशरणलिएहुएहैंयहांहजारसेभीअधिकलोगडरकेमाहौलमेंयहराहदेखरहेहैंकिउनकीसरकारकिसीतरहसेउन्हेंवहांसेसुरक्षितबाहरनिकालकरउनकेघरतकपहुंचाएं।धीरजठाकुरनेबतायाकिपरिवारकीभारतीयएंबेसीसेभीइसबारेमेंबातहोरहीहैकोशिशकीजारहीहैकिपोलैंडयाहंगरीकेरास्तेसेयूक्रेनमेंफंसेभारतीयोंकोवापसभारतलायाजासके।
धीरजठाकुरनेबतायाकिशुक्रवाररातकोअमनसिंहसेबातकेबादअमनसिंहकामोबाइलफोनभीबंदआरहाथा।उससेपहलेबातचीतमेंअमनसिंहनेबतायाथाकिवहांफोनऔरइंटरनेटसुविधाभीप्रभावितहोगईहै।परिवारकेलोगकाफीचिंतितहैंभगवानसेयहीप्रार्थनाकीजारहीहैकिअमनतथाउनकेसहितयूक्रेनमेंफंसेलोगसुरक्षितअपनेघरमेंवापसआजाएं।बतादेंकिअमनसिंहठाकराकोटकेबीडीसीचेयरपर्सनराजेंद्रसिंहकेबेटेतथाघाड़ीकेसरपंचकेवलसिंहकेभतीजेहैं।