संवादसूत्र,झबरेड़ा:1857कीक्रांतिकेयोद्धाशहीदउमरावसिंहऔरशहीदफतेहसिंहकोश्रद्धांजलिदीगई।दोनोंको27मईकोफांसीदीगईथी।

झबरेड़ाक्षेत्रकेमानकपुरआदमपुरगांवनिवासीशहीदउमरावसिंहएवंफतेहसिंहने1857कीक्रांतिमेंअंग्रेजोंसेलोहालियाथा।युद्धमेंअंग्रेजोंनेउनकोबंदीबनालियाथा।इसकेबाद27मई1857कोउनकोफांसीदीगईथी।उनकीस्मृतिमेंगांवमेंबुधवारकोश्रद्धांजलिसभाकाआयोजनकियागया।इसमौकेपरमुख्यअतिथिजिलासहकारीबैंककेचेयरमैनप्रदीपचौधरीगांवमेंपहुंचे।उन्होंनेशहीदोंयादकरतेहुएनमनकिया।उन्होंनेकहाकिशहीदोंकेबलिदानकोकभीभूलायानहींजासकता।एडवोकेटअनुभवसिंहनेकहाकिगांवमेंस्थितस्मारककेसौंदर्यीकरणकोलेकरसांसदनिधिसे10लाखकाबजटदियागयाहै।सौंदर्यीकरणकाकार्यकियाजारहराहै।इसमौकेपरशारीरिकदूरीकापालनकरतेहुएश्रद्धांजलिअर्पितकी।इसमौकेपरबीरबलसिंह,राजूआर्य,रोहताशआर्य,राहुलकुमार,मोनू,कुलवीरचैयरमैन,शेषराजसिंह,मकरसिंह,आतिश,मोहित,राजूप्रधानआदिमौजूदरहे।