कृष्णगोपाल,लुधियाना
पर्यूषणपर्वकाअपनाअलगहीमहत्वहै।भाद्रत्रयोदशीसेप्रारंभहोकरभाद्रशुक्लपंचमीतकश्वेतांबरोंमेंवऋषिपंचमीसेपूर्णामासीतकदिगबरोंमेंमनायाजानेवालायहमहापर्वत्याग,तपवस्वाध्यायकाअनुष्ठानहै।पर्यूषणपर्वमंदिरमार्गीयोंकाशुक्रवारसेजबकिजैनस्थानकवासीवतेरापंथकाएकसाथशनिवारकोप्रारंभहोरहाहै।पर्यषूणपर्वतीनसे11सितंबरतकमनायाजाएगा।11सितंबरकोजैनस्थानकवासीवतेरापंथसमाजका,जबकि10सितंबरकोमंदिरमार्गीयकासबसेबड़ामहापर्वसंवत्सरीपर्वश्रद्धापूर्वकमनायाजाएगा।इसउत्सवकोलेकरतैयारियांपूर्णकरलीगईहैं।
महापर्वकीविशेषता:-पर्यूषणपर्वकीआलौकिकमहत्ताबतातेहुएविनोदजैनसीएचई,महेशगोयलजनपथ,संजीवजैनसीए,जोगिदरपालजैननेकहाकिबहुतसेपर्वआमोद-प्रमोदकेलिएहोतेहैं,लेकिनयहपर्वआत्मासाधनाकापर्वहै।इसपर्वकेआठदिनोंमेंजैनधर्मावलंबीजप,तप,व्रत,पूजातथास्वाध्यायआदिअनुष्ठानोंकोप्रश्रयदेतेहैं।
पर्यूषणशब्दकाअर्थ:-विशालजैन,नरेंद्रजैननिदी,जगमिदरजैन,कमलचेतलीनेकहाकिपर्यूषणशब्दकाअर्थहैआत्माकेसमीपनिवासकरना।आत्माकेनिजस्वरूपकोजाननाऔरस्वयंकोपरखनाहीपर्यूषणपर्वकालक्ष्यहै।पर्यूषणपर्वकीश्रृंखलाप्राचीनहै।कल्पसूत्रजैनागममेंस्पष्टउल्लेखहै-आषाढ़चातुर्मासकेआरंभसेएकमासऔर20रात्रिव्यतीतहोनेऔर70दिनशेषरहनेपरभगवानमहावीरस्वामीनेपर्यूषणपर्वकेदिनोंमेंजप,तपवध्यानस्वाध्यायआदिकाआलंबनलेतेहै।
त्यागऔरवैराग्यदियाजाताबलविनीतजैन,रजनीशजैनगोल्डस्टार,बलविदरजैन,नरेशजैनसीएचईनेकहाकिइसपर्वमेंइनदिनोंसाधुसाध्वियांअंतगढ़औरकल्पसूत्रकीवाचनाकरतेहै।जैनधर्मनिवृतिप्रधानधर्महै।इसमेंत्यागऔरवैराग्यआदिपरबलदियाजाताहै।यहपर्वसाधककोजनसेवाकीओरप्रेरितकरताहै।इसपर्वकोजनजनतकपहुंचानेकायहीएकमार्गहै।
--------कहां-कहांहोंगेभव्यआयोजन
तीनसितंबरसेमंदिरमार्गीयवचारसेजैनस्थानकवतेरापंथभवनमेंआरंभहोरहेपर्यूषणपर्वकोलेकरशहरकेस्थानकोंसेलेकरमंदिरमार्गीय,तेरापंथकेद्वारसजचुकेहैं।सिविललाइंसजैनस्थानकमेंमहासाध्वीवीणाजीमं.ठाणा-5.,शिवपुरीजैनस्थानकअचलमुनि,जनतानगरजैनस्थानकमेंजितेंद्रमुनि,रुपामिस्त्रीगलीमेंमनीषा,39सेक्टरमहासाध्वीडा.पुनीतज्योति,किचलूनगरमहासाध्वीसुधा,नूरवालारोडमेंअनुपममुनि,तेरापंथभवनमेंमुनिभूपेंद्र,हैबोवालमेंकमलाजी,मंदिरमार्गीयआत्मधर्मकमलासाध्वीप्रियधर्मां,आदिकेसानिध्यमेंप्रारंभहोरहेहैं।